Fake Medicine News: बुखार, गैस, डायबिटीज से लेकर तमाम दवाएं नकली बिक रही हैं। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) की जांच में 53 दवाओं के सैंपल फेल होने की खबर सामने आई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुखार की दवा पैरासिटामोल, पेन किलर डिक्लोफेनेक सहित 53 दवाएं क्वालिटी चेक में फेल हो गई हैं। अब जांच में फेल दवाईयों को लेकर ये आशंका जताई जा रही है कि कहीं ये नकली तो नहीं। क्योंकि, अक्सर बड़ी व नामी कंपनियों की दवाई के नकली प्रिंट वाले दवाएं बाजार में बिकते हुए पकड़े गए हैं।
CDSCO की जांच में फेल पाई गईं दवाएं
सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) की एक रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, बुखार की दवा पैरासिटामोल सहित 53 दवाएं ऐसी हैं जिनके सैंपल लैब जांच में फेल हो गए हैं। दवाओं के नाम पर सब-स्टैंडर्ड सॉल्ट बेचे जा रहे थे।
CDSCO की रिपोर्ट में रोजमर्रा की दवाएं फेल
- पेनकिलर डिक्लोफेनेक
- एंटीफंगल दवा फ्लुकोनाजोल
- विटामिन डी सप्लीमेंट
- बीपी और डायबिटीज की दवा
- एसिड रिफलक्स (गैस की दवाएं)
भारत में नकली दवाईयों का बड़ा बाजार
उद्योग संगठन एसोचैम ने 2022 में रिपोर्ट जारी किया था। उसमें कहा गया है कि घरेलू बाजार में उपलब्ध एक-चौथाई दवा नकली हैं।
“फेक एंड काउंटरफीट ड्रग्स इन इंडिया – बूमिंग बिज” नामक इस रिपोर्ट के अनुसार, देश में दवाइयों के बाजार का आकार 14-17 अरब डॉलर है जिसमें करीब 4.25 अरब डॉलर की दवाएं नकली या सब स्टैंडर्ड हैं।
कैसे करें नकली दवाओं की पहचान
- नकली दवाओं की पहचान करना आसान नहीं है। क्योंकि, ये देखने में असली की तरह ही होते हैं। इसलिए बहुत बारीकी से आप नकली दवाओं की पहचान कर सकते हैं। बता दें, केंद्र सरकार ने शीर्ष 300 ब्रांडेड नाम से बिकने वाली दवाओं को नोटिफाई किया हुआ है।
- नकली दवाओं के नाम को सावधानीपूर्वक पढ़ें।
- असली दवाओं पर क्यूआर कोड (बारकोड) होता है। उसे गूगल में जाकर स्कैन कर लें।
- साथ ही दवाओं का होलोग्राम भी देख लें। कई बार नकली दवाओं में भी होलोग्राम असली जैसे लगते हैं।
- साथ ही दवाएं अधिकृत मेडिकल स्टोर से ही खरीदें।