Weather
23°C
Sīkar
clear sky
23° _ 23°
23%
1 km/h
Thu
28 °C
Fri
29 °C
Sat
30 °C
- Advertisement -

Patanjali Case: योग गुरु बाबा रामदेव को सुप्रीम कोर्ट में क्यों मांगनी पड़ी माफी? आखिर किस बात पर पड़ी फटकार

- Advertisement -
Weather
23°C
Sīkar
clear sky
23° _ 23°
23%
1 km/h
Thu
28 °C
Fri
29 °C
Sat
30 °C

Patanjali Misleading Advertising Case: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में मंगलवार को योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) को जोरदार फटकार पड़ी। जिसके बाद बाबा रामदेव ने बिना शर्त कोर्ट से माफी मांगी। मामला पंत​जलि के भ्रामक विज्ञापन से जुड़ा हुआ है। baba-ramdev-and-acharya-balkrishna unconditional-apology in supreme court

Rupali kumawat
By Rupali kumawat - Sub Editor Latest News
- Advertisement -

Patanjali Misleading Advertising Case: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में मंगलवार को योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) को जोरदार फटकार पड़ी। जिसके बाद बाबा रामदेव ने बिना शर्त कोर्ट से माफी मांगी। मामला पंत​जलि के भ्रामक विज्ञापन से जुड़ा हुआ है। सुप्रीम कोर्ट ने पिछली सुनवाई के दौरान पंतजलि के एमडी आचार्य बालकृष्ण और योग गुरु बाबा रामदेव को पेश होने का आदेश दिया था। जिसके बाद दोनों आज सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए।

सुप्रीम कोर्ट ने बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को जोरदार फटकार लगाते हुए कहा कि आपको कोर्ट में दिए गए वचन का पालन करना होगा। आपने हर सीमा को तोड़ दिया है। वहीं, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने मामले को लेकर कहा कि जो हुआ वह नहीं होना चाहिए था।

Patanjali Products: आयुर्वेदिक दवा से सभी बीमारियां ठीक होती है? पतंजलि के ‘भ्रामक विज्ञापनों’ पर क्‍यों लगा ‘सुप्रीम’ बैन?

21 नवंबर, 2023 को कोर्ट ने कंपनी से कहा था कि वह कथित रूप से कोई भ्रामक विज्ञापन जारी न करे या मीडिया के सामने “औषधीय प्रभावकारिता का दावा करने वाले या किसी भी चिकित्सा प्रणाली के खिलाफ़ कोई भी बयान न दे। इस साल 27 फरवरी को अदालत ने कंपनी और बालकृष्ण को एक विज्ञापन जारी करने और प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने के लिए पिछले आदेश का कथित रूप से उल्लंघन करने के लिए नोटिस जारी किया। 19 मार्च को, पीठ ने पाया कि 27 फरवरी के नोटिस पर कोई जवाब दाखिल नहीं किया गया था, जिसके बाद रामदेव को भी नोटिस जारी करने का फैसला किया।

अदालत ने कहा, “यह पूरी तरह से अवज्ञा है। केवल सुप्रीम कोर्ट ही नहीं, बल्कि देश भर की अदालतों द्वारा पारित हर आदेश का सम्मान किया जाना चाहिए।” अदालत ने केंद्र की खिंचाई करते हुए पूछा कि आयुष मंत्रालय ने “जब पतंजलि यह कह रही थी कि एलोपैथी में कोविड का कोई इलाज नहीं है, तो उसने अपनी आँखें क्यों बंद कर लीं।”

पतंजलि ने अपनी याचिका में मांग की कि विज्ञापन मामले में ताजा हलफनामा दायर करने के लिए थोड़े अधिक समय की मांग की एवं गुरु रामदेव ने पतंजलि के औषधीय उत्पादों के भ्रामक विज्ञापनों के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन करने पर अदालत से बिना शर्त माफी भी मांगी।

अदालत ने रामदेव और बालकृष्ण को एक सप्ताह में मामले में अपना हलफनामा दाखिल करने का आखिरी मौका दिया है। मामले की अगली सुनवाई 10 अप्रैल को होगी।

हमें फॉलो करें
Share This Article
Rupali kumawat
Sub Editor
Follow:
रुपाली कुमावत पिछले कई वर्षों से लेखन क्षेत्र में कार्यरत हैं। उनको हिंदी कविताएं, कहानियां लिखने के अलावा ब्रेकिंग, लेटेस्ट व ट्रेंडिंग न्यूज स्टोरी कवर करने में रुचि हैं। उन्होंने राजस्थान यूनिवर्सिटी से BADM में M.Com किया हैं एवं पंडित दीनदयाल शेखावाटी यूनिवर्सिटी से family law में LL.M किया हैं। रुपाली कुमावत के लेख Focus her life, (राजस्थान पत्रिका), सीकर पत्रिका, https://foucs24news.com, खबर लाइव पटना जैसे मीडिया संस्थानों में छप चुके हैं। फिलहाल रुपाली कुमावत 89.6 एफएम सीकर में बतौर न्यूज कंटेंट राइटर अपनी सेवाएं दे रही हैं।
- Advertisement -
- Advertisement -

Latest News

Facebook

- Advertisement -
- Advertisement -

Contact Us

Ward No. 19, Raiji ka Kuwa, Near Palwas Road, Yojna Nagar, Kalwaria Kunj, Sikar, Rajasthan 332001

Email: contact@fmsikar.in

Gandhi Jayanti 2024: गांधीजी के प्रमुख नारे सर्वोत्तम नवरात्रि व्रत भोजन। Best Navratri Vrat Food Ideas वर्कप्लेस स्ट्रेस से कैसे निपटें? How To Deal With Stress At Workplace? ये साल का अंतिम सूर्य ग्रहण, ना करें ये काम | Surya Grahan 2024 डिटॉक्स वॉटर के फायदे। Benefits of Detox Water दिल के लिए दुश्मन हैं ये फूड्स | Bad Foods For Heart नकली दवाओं की ऐसे करें पहचान | How To Check Fake Medicines सीकर के इन जगहों पर ना घूमा तो क्या घूमा लौकी खाने के फायदे: Benefits Of Eating Bottle Gourd नवरात्रि मां दुर्गा के नौ रूप: Navratri Nine Different Forms Of Goddess Durga