Rajasthan On Spot Billing: राजस्थान में बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक नई सुविधा ‘ऑन स्पॉट बिलिंग’ शुरू की गई है। अब से उपभोक्ताओं को बिजली बिल के लिए मीटर रीडिंग के लिए कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। यह नया सिस्टम बिजली विभाग की ओर से लागू किया गया है, जो उपभोक्ताओं को उनके घर पर ही तत्काल बिल प्रदान करेगा। प्रदेश में यह व्यवस्था 1 जनवरी 2025 से लागू हो गई है और कई जिलों में इस पर काम भी शुरू हो गया है।
ऑन स्पॉट बिलिंग क्या है? (What is On Spot Billing)
ऑन स्पॉट बिलिंग सिस्टम के तहत, अब मीटर रीडिंग प्रक्रिया को समाप्त कर दिया गया है। उपभोक्ताओं को किसी भी प्रकार की देरी या गलत मीटर रीडिंग से जूझना नहीं पड़ेगा। इस नई व्यवस्था के तहत, विद्युत विभाग के कर्मचारी उपभोक्ताओं के मीटर से रीडिंग लेकर, एक मशीन की मदद से तुरंत बिल तैयार करेंगे। यह ठीक उसी तरह होगा, जैसे रोडवेज बसों में कंडक्टर द्वारा मशीन से तुरंत टिकट जारी की जाती है।
अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने 1 जनवरी 2025 से इस व्यवस्था की शुरुआत की है। अब से हर माह उपभोक्ताओं को उनके मीटर रीडिंग के आधार पर बिल प्राप्त होगा, जबकि पहले यह बिल हर दो माह में आता था। अब उपभोक्ताओं को महीने के अंत में किसी भी प्रकार की देरी का सामना नहीं करना पड़ेगा और वे समय पर भुगतान कर सकेंगे।
यह भी जरूर पढ़ें...
New Rules 1 June 2025: ‘ATM, Credit Card से लेकर LPG तक’, आज से बदल गए ये 8 नियम, आप भी नोट कर लीजिए
ऑन स्पॉट बिलिंग के फायदे (On Spot Billing Benefits)
सुविधाजनक भुगतान: इस व्यवस्था के तहत उपभोक्ता को तुरंत अपना बिजली बिल मिल जाएगा, जिसे वह मौके पर ही निगम कर्मचारी से जमा करवा सकते हैं। इससे कार्यालयों के अनावश्यक चक्कर समाप्त हो जाएंगे।
गलत रीडिंग और त्रुटि सुधार: पुराने सिस्टम में कभी-कभी गलत मीटर रीडिंग की समस्या उत्पन्न हो जाती थी, जिसके कारण उपभोक्ताओं को दफ्तर के चक्कर लगाने पड़ते थे। लेकिन अब, इस नई प्रणाली में रीडिंग के साथ तुरंत बिल जनरेट होने से ऐसी समस्याओं का समाधान होगा।
समय पर बिल मिलेगा: उपभोक्ताओं को अब समय पर बिल मिलेगा, जिससे उन्हें भुगतान के लिए पर्याप्त समय मिलेगा और वे बिल भुगतान में देरी से बच सकेंगे।
स्मार्ट बिलिंग: सिस्टम के तहत, बिल एसएमएस, ई-मेल, और ‘बिजली मित्र’ ऐप के जरिए भेजे जाएंगे। इसके अलावा, मोबाइल डिवाइस जीपीएस से जुड़ा रहेगा, जिससे मीटर रीडिंग की पुष्टि हो सकेगी और रीडिंग में कोई गड़बड़ी नहीं होगी।
हर जिलों में होगी लागू
राजस्थान के सभी उपखंडों में इस नई व्यवस्था को लागू करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका है। इस परिवर्तन से उपभोक्ताओं को न सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि बिजली बिल से संबंधित शिकायतों में भी कमी आएगी।
बिजली मित्र एप के जरिए उपभोक्ता अपने बिल की स्थिति ट्रैक कर सकते हैं और बिल के भुगतान के लिए एप का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह एप उपभोक्ताओं को अपनी उपभोक्ता जानकारी और बिल की ताजा स्थिति उपलब्ध कराएगा, जिससे सभी कार्य एक क्लिक में किए जा सकेंगे।