Bhishma ekadshi 2024– भीष्म एकादशी माघ के महीने में आती है। 2024 में यह एकादशी फरवरी 20 को मनाई जाएगी। यह एकादशी मुख्य रूप से दक्षिण भारत में मनाई जाती है। खास कर तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में यह दिन ज्यादा धूम धाम से मनाया जाता है। यह माना जाता है की विष्णु सहस्रनाम स्त्रोतम को इस दिन भीष्म पितामह द्वारा पांडवों को सुनाया गया था। महाभारत के युद्ध के दौरान जब भीष्म पितामह तीरों की शैय्या पर लेटे हुए थे और इस दौरान उन्होंने पांडवों को भगवान विष्णु के 100 नामों के बारे में बताया था। ऐसा उन्होंने भगवान श्री कृष्ण की उपस्थिति में किया था। भगवान श्री कृष्ण को विष्णु भगवान का अवतार माना गया है।
आने वाली तारीखें Bhishma Pooja 2024
ऐसा माना जाता है की विष्णु सहस्रनाम स्त्रोतम को सुन कर मोक्ष प्राप्ति होती है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार माघ का महीने काफी शुभ और पावन होता है। इस महीने में बहुत सारी पावन तारीखें आती हैं। इस महीने में कुछ अन्य आने वाली तारीखें निम्न हैं :
भीष्म अष्टमी
भीष्म एकादशी
भीष्म द्वादशी।
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ऐसा माना जाता है की भीष्म ने इस समय को ही अपना शरीर त्यागना के लिए चुना और ब्रह्मांड में लीन हो गए। भीष्म का श्राद्ध एक दिन पहले किया जाता है। कुछ क्षेत्रों में यह एकादशी एक दिन बाद मनाई जाती है।एकादशी व्रत भी इसी तारीख को किया जाता है। जो लोग इस दिन व्रत करते हैं वह चावल और अनाज का सेवन इस दिन नहीं करते हैं। उत्तर भारत में इस दिन जया एकादशी भी मनाई जाती है।
भीष्म एकादशी के दिन क्या करना चाहिए?(Bhishma ekadshi 2024 Pooja )
इस दिन आपको पूरा दिन व्रत करना चाहिए। इस व्रत को आप ड्राई फ्रूट्स, नट्स, फल, सब्जियां और डेयरी प्रोडक्ट्स आदि खा सकते हैं। इस दिन विष्णु सहस्रनाम का उच्चारण करना काफी शुभ माना जाता है। इस मंत्र का उच्चारण करते समय आपको पीले रंग के वस्त्रों को धारण करना चाहिए। प्रसाद के रूप में पीले रंग के फूलों और मिठाइयों को चढ़ाना चाहिए। आपको गायों को पीले रंग का फल जैसे केला खिलाना चाहिए।