Gathiya Dard ka ilaj: गठिया, जिसे अंग्रेजी में ‘आर्थराइटिस’ कहा जाता है, एक आम लेकिन बेहद दर्दनाक समस्या है। इसमें जोड़ों में सूजन, दर्द और अकड़न होती है, जो दिन-ब-दिन बढ़ती जाती है। इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति को रोजमर्रा के कामों में कठिनाई होती है और उसकी जीवनशैली प्रभावित होती है। सर्दी में गठिया के दर्द की समस्या और बढ़ जाती है। ऐसे में कुछ आसान उपायों और जीवनशैली में बदलाव के साथ गठिया के दर्द को नियंत्रित किया जा सकता है और जोड़ों का दर्द कम किया जा सकता है। आइए संजीवनी होम्योपैथिक अस्पताल, सीकर के निदेशक डॉक्टर अमित माथुर से जानते हैं कुछ ऐसे घरेलू उपाय जिनसे गठिया के दर्द से राहत पाई जा सकती है।
1. गर्म और ठंडी सेंक करें:
गठिया के दर्द में गर्म और ठंडी सेंक बेहद कारगर साबित हो सकती है।
– गर्म सेंक: इससे जोड़ों की अकड़न कम होती है और रक्त संचार बेहतर होता है। आप तौलिया को गर्म पानी में डुबोकर या हॉट वाटर बैग का उपयोग करके सेंक सकते हैं।
– ठंडी सेंक: सूजन को कम करने के लिए आप बर्फ का उपयोग कर सकते हैं। एक कपड़े में बर्फ लपेटकर दर्द वाली जगह पर लगाने से तुरंत आराम मिलता है।
2. हल्दी और अदरक का सेवन:
हल्दी में मौजूद ‘कर्क्यूमिन’ नामक तत्व एंटी-इंफ्लेमेटरी होता है, जो सूजन और दर्द को कम करता है। अदरक भी इसी तरह गठिया के दर्द में राहत देता है। आप इन दोनों का सेवन चाय, दूध या भोजन में कर सकते हैं। हल्दी का दूध तो आयुर्वेद में भी बहुत प्रचलित है और यह जोड़ों के दर्द में काफी राहत देता है।
3. व्यायाम और योग:
गठिया के मरीजों के लिए हल्का-फुल्का व्यायाम और योग बेहद जरूरी है। इससे जोड़ों की गतिशीलता बढ़ती है और उनमें लचीलापन आता है।
– तैराकी और साइकिल चलाना: ये व्यायाम जोड़ों पर ज्यादा दबाव नहीं डालते, इसलिए गठिया के मरीज इन्हें आसानी से कर सकते हैं।
– योग: नियमित योगासन करने से जोड़ों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और दर्द में राहत मिलती है। इसके लिए आप वृक्षासन, बालासन और वज्रासन कर सकते हैं।
4. संतुलित आहार का सेवन:
गठिया के दर्द को नियंत्रित करने के लिए सही खानपान बेहद महत्वपूर्ण है। ऐसे आहार का सेवन करें जिसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और ओमेगा-3 फैटी एसिड की भरपूर मात्रा हो।
– हरी पत्तेदार सब्जियाँ: इनमें फाइबर, विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो सूजन को कम करने में सहायक होते हैं।
– मछली: इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो जोड़ों की सूजन को कम करने में मदद करता है।
– मेवे और बीज: इनमें भी ओमेगा-3 और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाते हैं।
5. मालिश और हर्बल तेलों का उपयोग:
गठिया के दर्द में मालिश करना बेहद फायदेमंद होता है। नारियल, तिल और सरसों के तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इनसे मालिश करने से रक्त संचार सुधरता है और दर्द में राहत मिलती है। आप चाहें तो आयुर्वेदिक तेलों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे- महाबलादि तेल या नारायण तेल।
6. पर्याप्त नींद और आराम
गठिया के दर्द से राहत पाने के लिए पर्याप्त नींद और आराम भी जरूरी है। रात में 7-8 घंटे की नींद लें और दिन में थोड़ी देर आराम करें। इससे शरीर को खुद को ठीक करने का मौका मिलता है और दर्द में भी कमी आती है।
नोट: उपरोक्त जानकारी घरेलू उपचार पर आधारित है, जो गठिया और जोड़ों के दर्द में राहत प्रदान कर सकती है। पूर्ण इलाज के लिए आपको किसी डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।