Crassula Plant in Hindi: कुबेर का पौधा :-हाल के दिनों में छतरपुर सहित कई अन्य शहरों में एक खास पौधे की मांग तेजी से बढ़ रही है। इस पौधे को स्थानीय लोग कुबेर का पौधा कहते हैं, जबकि इसका असली नाम क्रासुला है। इसे जेड प्लांट या मनी ट्री के नाम से भी जाना जाता है। मनी प्लांट की जगह अब इस पौधे ने घर, ऑफिस और दुकानों में अपनी जगह बना ली है।
धन और समृद्धि का प्रतीक:-
राम-जानकी मंदिर के पुजारी बताते हैं कि क्रासुला को वास्तु में विशेष स्थान प्राप्त है। इसे धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस पौधे की मोटी, गोल पत्तियां सिक्कों जैसी दिखती हैं, जो इसे आर्थिक लाभ और सकारात्मक ऊर्जा से जोड़ती हैं। इसे मुख्य द्वार पर रखने से घर या कार्यालय में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है।
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कम देखभाल में हरा-भरा:-
क्रासुला का पौधा अपनी कम देखभाल की आवश्यकता के कारण बहुत लोकप्रिय हो रहा है। यह सूखे को सहन कर सकता है और लंबे समय तक हरा-भरा रहता है। इसे थोड़े से पानी और धूप में भी आसानी से उगाया जा सकता है। यह पौधा उन लोगों के लिए आदर्श है जो व्यस्त जीवनशैली के कारण पौधों की देखभाल पर ज्यादा समय नहीं दे पाते।
वास्तु शास्त्र में क्रासुला का महत्व:-
वास्तु शास्त्र के अनुसार, क्रासुला को उत्तर या दक्षिण-पूर्व दिशा में रखने से विशेष लाभ होता है।
उत्तर दिशा: धन के देवता कुबेर की दिशा मानी जाती है।
दक्षिण-पूर्व दिशा: लक्ष्मी जी की दिशा से जुड़ी है।
इन दिशाओं में क्रासुला का पौधा रखने से आर्थिक स्थिरता और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
क्रासुला के लाभ:-
1. सकारात्मक ऊर्जा का संचार: यह पौधा घर के वातावरण को सकारात्मक बनाता है।
2. मानसिक शांति: इसे घर में रखने से तनाव और चिंता कम होती है।
3. आकर्षक सजावट: इसकी सुंदरता और अनोखा आकार इसे सजावट के लिए परफेक्ट बनाते हैं।
4. सुख-समृद्धि: धन वृद्धि और आर्थिक स्थिरता के लिए इसे शुभ माना जाता है।
पौधे की कीमत और उपलब्धता:-
क्रासुला की बढ़ती मांग के कारण अब इसे छतरपुर सहित अन्य शहरों की नर्सरी में लाया जा रहा है। इसकी कीमत नर्सरी और पौधे के आकार के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। सामान्यतः इसकी कीमत 150 से 250 रुपये के बीच होती है।