Traffic Challan: बाइक, कार या अन्य कोई भी वाहन चलाते समय यातायात नियमों का पालन करना आवश्यक है। ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करना आपको भारी पड़ सकता है। कई लोग कुछ तरकीब लगाकर चालान से बच निकलते हैं। लेकिन, तकनीक के साथ अब परिवहन विभाग भी स्मार्ट होता जा रहा है। कुछ ऐसी ही तैयारी अब विभाग ने कर ली है। अब जो बार बार यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं, उनका मोटा चालान पेट्रोल पंप पर ही कट जाएगा।
बता दें कि यातायात नियमों को लागू करने के उद्देश्य से एक नई प्रणाली बनाई गई है, जिसके तहत वैध प्रदूषण नियंत्रण (PUC) प्रमाणपत्र न रखने वाले वाहनों पर स्वचालित रूप से जुर्माना लगाया जाएगा। वैध प्रदूषण प्रमाणपत्र के बिना पाए जाने वाले वाहनों पर पेट्रोल पंप पर ही ₹10,000 तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
बताते चले कि पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनाना जरूरी होता है और इसको रिन्यूअल भी कराना पड़ता है। ऐसा नहीं करने पर पुलिस आपका चालान काट सकती है। अब इसे लेकर विभाग सख्त भी हो गया है। अब बिना वर्तमान प्रमाणपत्र वाले वाहनों को पंजीकरण ब्लैकलिस्टिंग के लिए चिह्नित किया जाएगा।
यह भी जरूर पढ़ें...
सीकर में तीन घंटे नहीं आएगी बिजली, इन 10 इलाकों में रहेगी कटौती, जानें समय- Power Cut in Sikar Today
Traffic Police Rules: आपकी गाड़ी को हाथ भी नहीं लगाएगी ट्रैफिक पुलिस, बस याद रखें ये जरूरी बातें
पेट्रोल पंपों पर सावधान रहें
बता दें कि कैमरे वाहन पंजीकरण संख्याओं को ट्रैक करेंगे। पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल और डीजल से चलने वाले सभी वाहनों की निगरानी की जाएगी। यदि ड्राइवरों का प्रमाणपत्र समाप्त हो गया है, तो उन्हें सीधे उनके फ़ोन पर जुर्माना भेजा जाएगा।
ड्राइवरों के लिए नवीनीकरण का समय
इसके अलावा ड्राइवरों को अगले दिन या शाम तक अपने प्रमाणपत्रों को नवीनीकृत करने के लिए प्रेरित करने वाली सूचनाएँ प्राप्त होंगी। ड्राइवरों को अपने प्रदूषण प्रमाणपत्रों को अपडेट करने के लिए एक संक्षिप्त विंडो प्रदान की जाएगी। समय पर नवीनीकरण न करने पर ड्राइवर के फ़ोन पर सीधे ₹10,000 का जुर्माना भेजा जाएगा।
प्रदूषण विनियमों के अनुपालन को बढ़ावा देना
इस स्वचालित प्रणाली का उद्देश्य जुर्माना लगाने से पहले चेतावनी अवधि प्रदान करके प्रदूषण नियमों को प्रभावी ढंग से लागू करना है। यह ड्राइवरों को स्वच्छ वाहन बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करता है, जिससे सक्रिय निगरानी और प्रवर्तन के माध्यम से सुरक्षित सड़कों में योगदान मिलता है।