Pariksha Pe Charcha 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर छात्रों के साथ संवाद स्थापित करते हुए ‘परीक्षा पे चर्चा 2025’ का आयोजन किया। इस बार यह कार्यक्रम ऐतिहासिक सुंदर नर्सरी में आयोजित हुआ, जो दिल्ली के हुमायूं के मकबरे के पास स्थित एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है। इस आयोजन में पीएम मोदी ने छात्रों को तनावमुक्त रहने और सफलता पाने के अनमोल मंत्र दिए। आइए जानते हैं इस संवाद के मुख्य बिंदुओं को।
1. रिजल्ट का तनाव मत लो, सीखने पर ध्यान दो
पीएम मोदी ने छात्रों से कहा कि नंबरों की चिंता छोड़कर सीखने की जिज्ञासा बनाए रखना ज्यादा महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि मेहनत और सही दिशा में प्रयास करने से परिणाम अपने आप बेहतर होंगे।
2. लीडरशिप के गुण
एक बिहारी छात्र के सवाल पर उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “बिहार का छात्र और राजनीति की बात न हो, ये कैसे मुमकिन है!” पीएम मोदी ने बताया कि एक अच्छा लीडर बनने के लिए धैर्य, टीमवर्क और संवाद कौशल बेहद जरूरी हैं।
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3. ईमानदारी का संदेश
त्रिपुरा के एक छात्र से मजाकिया लहजे में उन्होंने पूछा कि वह यहां तक कैसे पहुंचा, क्या रिश्वत दी? छात्र ने फौरन कहा, “त्रिपुरा में रिश्वत नहीं चलती!” इस पर पूरा माहौल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
4. पढ़ाई का असली मकसद
पीएम मोदी ने बच्चों से पूछा कि पढ़ाई का असली उद्देश्य क्या है? उन्होंने कहा कि केवल परीक्षा पास करना ही मकसद नहीं होना चाहिए, बल्कि पढ़ाई का उद्देश्य हर स्तर पर खुद को निखारना है।
5. ज्ञान बनाम परीक्षा
उन्होंने समझाया कि परीक्षा का मतलब सिर्फ नंबर नहीं होते। असली ताकत है ज्ञान, जिसे जीवन में लागू करना सबसे महत्वपूर्ण है।
6. लिखने की आदत डालें
पीएम मोदी ने बच्चों को नियमित रूप से लिखने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि इससे विचार स्पष्ट होते हैं और रचनात्मकता का विकास होता है।
7. टिंकरिंग लैब और इनोवेशन
उन्होंने बजट 2025 में टिंकरिंग लैब्स का जिक्र करते हुए अहमदाबाद के एक छात्र का उदाहरण दिया, जिसने इन लैब्स का उपयोग कर रोबोट बनाया।
8. टाइम मैनेजमेंट का मंत्र
उन्होंने छात्रों को समय प्रबंधन का महत्व समझाया। हर किसी के पास दिन में 24 घंटे होते हैं, फर्क सिर्फ इस बात का होता है कि उनका उपयोग कैसे किया जाए।
9. परीक्षा का तनाव भगाओ
पीएम मोदी ने कहा, “डर के आगे जीत है!” उन्होंने छात्रों को परीक्षा के दौरान तनावमुक्त रहने की सलाह दी।
10. अभिभावकों के लिए संदेश
उन्होंने माता-पिता को बच्चों की तुलना न करने की सलाह दी। हर बच्चे में खासियत होती है, जिसे पहचानकर उसे प्रोत्साहित करना चाहिए।
11. मेडिटेशन का जादू
पीएम मोदी ने योग और ध्यान के फायदों पर जोर दिया और छात्रों को मेडिटेशन की आदत डालने का सुझाव दिया।
12. तुलना से बचें
उन्होंने कहा कि तुलना से बच्चों का आत्मविश्वास कमजोर होता है। हर बच्चे की अपनी खासियत होती है, जिसे सराहना चाहिए।
13. खुद को मोटिवेट करने का तरीका
छोटे-छोटे लक्ष्य बनाकर उन्हें पूरा करें और खुद को रिवॉर्ड दें। इससे आत्मविश्वास बढ़ता है और प्रेरणा मिलती है।
14. असफलता से न डरें
पीएम मोदी ने असफलता को सीखने का अवसर बताया। उन्होंने कहा कि जीवन का मूल्य परीक्षा के नतीजों से कहीं ज्यादा है।
15. टेक्नोलॉजी का सही उपयोग
टेक्नोलॉजी हमारी मदद के लिए है, लेकिन हमें इसे अपने नियंत्रण में रखना चाहिए, न कि इसका गुलाम बनना चाहिए।
16. पर्यावरण का ध्यान रखें
उन्होंने छात्रों को धरती को अपनी मां मानने और प्रकृति की देखभाल करने की प्रेरणा दी। साथ ही, बच्चों के साथ पौधारोपण भी किया।
17. डरने वाले विषय को पहले पढ़ें
पीएम मोदी ने कहा कि जिस विषय से सबसे ज्यादा डर लगता है, उसे पहले पढ़ो। इससे डर कम होगा और तैयारी बेहतर होगी।
18. खेल से सीख
उन्होंने खेल का उदाहरण देते हुए बताया कि जैसे सचिन तेंदुलकर हर गेंद पर ध्यान केंद्रित करते थे, वैसे ही लक्ष्य पर ध्यान देना जरूरी है।
19. किताबी कीड़ा मत बनो
उन्होंने संतुलित जीवन जीने पर जोर दिया। पढ़ाई के साथ-साथ अपनी रुचियों को भी समय देना जरूरी है।
20. परीक्षा ही सब कुछ नहीं
पीएम मोदी ने कहा कि परीक्षा जिंदगी का सिर्फ एक हिस्सा है। असली सफलता वही है, जो हमें बेहतर इंसान बनाए।
21. पानी का स्वाद
अंत में, पीएम मोदी ने पानी का उदाहरण देते हुए समझाया कि जीवन में ठहराव और गहराई जरूरी है। उन्होंने छात्रों से कहा कि चीजों का आनंद लेना सीखें।