What Is G7 Summit: हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी 7 शिखर सम्मेलन (PM Modi At G7 Summit) में शामिल होने पहुंचे हैं। पीएम मोदी को विशेष निमंत्रण (Special Invitation To PM Modi For G7 Summit) देकर बुलाया गया है। अपुलिया में आयोजित ग्रुप ऑफ सेवन (जी-7) शिखर सम्मेलन का आयोजन इटली में हो रहा है। अपुलिया के ब्रिंडिसि हवाई अड्डे पर इटली में भारत के राजदूत वाणी राव और अन्य अधिकारियों ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। आइए समझते हैं कि ये जी-7 शिखर सम्मेलन क्या होता है और पीएम मोदी को क्यों स्पेशल आमंत्रण मिला है?
इटली पहुंचे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स (ट्विटर) लिखा, “G7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए इटली पहुंचा हूं। विश्व नेताओं के साथ सार्थक चर्चा में शामिल होने के लिए बेहद उत्सुक हूं। साथ मिलकर, हमारा लक्ष्य वैश्विक चुनौतियों का समाधान करना और उज्जवल भविष्य के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है।”
क्या होता है जी-7 शिखर सम्मेलन (What Is G7 Summit)
इसे आधिकारिक तौर पर ग्रुप ऑफ सेवन (जी-7) शिखर सम्मेलन कहा जाता है। इस ग्रुप में कुल 7 देश हैं। इसके सदस्य देश हैं- कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका। G7 वैश्विक आर्थिक नीति और सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा करने के लिए वार्षिक शिखर सम्मेलन वाला एक अनौपचारिक मंच है। यहां पर अंतरराष्ट्रीय आर्थिक नितियों व सुरक्षा जैसे मुद्दों को लेकर बातचीत की जाती है।
यह भी जरूर पढ़ें...
जी-7 शिखर सम्मेलन की स्थापना कब की गई (When was G7 formed)
जी-7 की स्थापना साल 1975 में की गई। तब से इसका आयोजन किया जा रहा है। साल 2024 में जी-7 शिखर सम्मेलन का ये 50वां आयोजन किया जा रहा है। ये जी-7 का 50वां आयोजन इस बार इटली में किया जा रहा है। इस बार यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेन्स्की भी हैं। जेलेन्स्की ने बहुत गर्मजोशी के साथ पीएम मोदी से मुलाकात की है। बता दें, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ भी पीएम नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की।
यूक्रेन को जी-7 में की जा रही आर्थिक मदद
रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से युद्ध चल रहा है। इसको लेकर भी इस मंच पर चर्चा की जाएगी। इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने यूक्रेन को 50 अरब डॉलर का ऋण देने के समझौते के साथ जी7 शिखर सम्मेलन की शुरुआत की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस लोन के लिए जी-7 के सदस्य मान गए हैं।
जी-7 में भारत में व्यापार व रक्षा संबंधों को लेकर बातचीत
ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक के साथ पीएम मोदी ने मुलाकात की और लिखा है कि ऋषि सुनक के साथ बातचीत हुई। इस दौरान भारत में व्यापार को लेकर बातचीत की गई। पीएम मोदी ने इस बात को लिखा है सेमीकंडक्टर, प्रौद्योगिकी और व्यापार जैसे क्षेत्रों में संबंधों को गहरा करने की काफी गुंजाइश है। हमने रक्षा क्षेत्र में संबंधों को और मजबूत करने पर भी बातचीत की।
भारत का जी-7 सदस्यों के साथ संबंध मजबूत
मोटे तौर पर हम कह सकते हैं कि पीएम मोदी का जी-7 में बुलाए जाने का मकसद आर्थिक नीतियों को लेकर है। इस मंच के अवसर को देखते हुए पीएम मोदी ने तमाम देशों के सामने व्यापार व रक्षा को लेकर देश की बात रखी है। साथ ही ये भी समझ सकते हैं कि इस कारण इन सदस्य देशों के साथ भारत के संबंध और भी बेहतर होंगे। इतना ही नहीं भविष्य में इसका फायदा भी मिल सकता है।