Rajasthan 900 Cr Scam: राजस्थान में जल जीवन मिशन घोटाले (Rajasthan Jal Jeevan Mission Scam) को लेकर बड़ा एक्शन लिया गया है। जल जीवन मिशन घोटाला करीब 900 करोड़ का है जिसको लेकर लंबे समय से जांच जारी है। सीबीआई के आने के साथ ही बड़ा एक्शन लिया गया है। सीबीआई ने सरकार की सिफारिश पर एफआईआर दर्ज करना शुरू कर दिया है। इतने बड़े घोटाले के घेरे में कई बड़े नामों के सामने आने की संभावना दिख रही है। जल जीवन मिशन राजस्थान के इस घोटाले को लेकर लंबे समय से जांच पड़ताल जारी है।
पूर्व जलदाय मंत्री महेश जोशी घेरे में
खबरों के मुताबिक, सीबीआई ने अपनी जांच में जलदाय विभाग के एक्स ईएन विशाल सक्सेना, श्याम ट्यूबेल कम्पनी के प्रोप्राइटर पद्म चंद जैन, गणपति ट्यूबेल कंपनी शाहपुरा के प्रोप्राइटर महेश मित्तल के अलावा अज्ञात सरकारी और गैर सरकारी लोगों को भी शामिल माना है। बता दें, ये सभी पूर्व जलदाय मंत्री महेश जोशी के बेहद खास व करीबी बताए जाते हैं।
राजस्थान जल जीवन मिशन घोटाला क्या है? (Rajasthan Jal Jeevan Mission Scam)
राजस्थान जल जीवन मिशन घोटाला पिछले साल प्रकाश में आया था। ED की ओर से छापेमारी भी की गई थी। ईडी ने 2023 सितंबर में जयपुर और अलवर में 9 जगह छापे मारे थे। साथ ही एंटी करप्शन ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) ने एक्स ईएन माया लाल सैनी और जयंत प्रदीप कुमार को पद्म चंद जैन से 2 लाख 20 हजार की रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया था।
जल जीवन मिशन में ज्यादा काम लेने व घटिया मटेरियल लगाकर मुनाफा के लिए श्री गणपति ट्यूबेल कंपनी और श्री श्याम ट्रेवल कंपनी ने इस्कॉन के फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र लगाकर 900 करोड़ रुपये का टेंडर हासिल किया था। राजस्थान की भजनलाल सरकार ने 18 मार्च को इस घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश भी की थी।