Sikar Master Plan 2041: लंबे इंतजार के बाद आखिरकार सीकर शहर के मास्टर प्लान 2041 का प्रारूप जारी कर दिया गया है। बुधवार को नगर परिषद सभागार में स्वायत्त शासन एवं नगरीय विकास राज्यमंत्री झाबरसिंह खर्रा ने इसका अस्थायी प्रकाशन किया। इस मौके पर पूर्व सांसद सुमेधानंद सरस्वती, विधायक गोवर्धन वर्मा, पूर्व विधायक रतनलाल जलधारी, जिला कलक्टर मुकुल शर्मा और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। साथ ही इस मास्टर प्लान की पुस्तिका का विमोचन भी किया गया।
विकास का नया नक्शा तैयार
इस मास्टर प्लान से सीकर शहर के विकास को दिशा मिलेगी और शहरी दायरा भी बढ़ेगा। अब तक अटके कई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को मंजूरी मिलने का रास्ता खुलेगा। नई योजना में आवासीय, औद्योगिक, संस्थागत और सुविधा क्षेत्र के लिए जोन तय किए गए हैं। खास बात ये है कि मास्टर प्लान में पहली बार आम लोगों की आपत्तियों और सुझावों को लेकर जयपुर से विशेषज्ञ टीम सीकर भेजी गई है।
24 जुलाई तक देख सकेंगे नक्शे
नगर परिषद सभागार में मास्टर प्लान के तहत शहर के सभी जोन के नक्शों की प्रदर्शनी शुरू कर दी गई है, जो 24 जुलाई तक चलेगी। आमजन इन नक्शों को देखकर अगले एक महीने तक आपत्ति या सुझाव दर्ज कर सकते हैं। यह पहली बार है जब इतने विस्तृत स्तर पर स्थानीय सहभागिता को मौका दिया गया है।
सीकर मास्टर प्लान 2041 में क्या-क्या होगा:
- शहर की सीमा का विस्तार — नए गांवों को शहर में जोड़ा जाएगा
- शहर के विकास की दिशा तय की जाएगी
- प्रमुख सड़कों का निर्धारण किया जाएगा
- नई कॉलोनियों के लिए स्थान चिन्हित होंगे
- हर वार्ड में एक पार्क के लिए जगह निर्धारित होगी
- प्रमुख स्थानों पर पार्किंग व्यवस्था तय होगी
- नदी-नालों के किनारे ग्रीन बेल्ट विकसित की जाएगी
- मास्टर प्लान में वर्ष 2035 तक की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए प्लानिंग होगी
पेराफेरी जोन का होगा विस्तार
इस योजना के लागू होने से शहर की सीमा में शामिल आसपास की ग्राम पंचायतों को भी सीधा लाभ मिलेगा। पेराफेरी जोन के विस्तार से उन क्षेत्रों में भी योजनागत विकास संभव होगा, जो अब तक शहरी सीमा से बाहर थे।
रियल एस्टेट सेक्टर को बूस्टर
भाजपा नेता और रियल एस्टेट कारोबारी परमानंद सैनी के अनुसार, मास्टर प्लान के अभाव में कई कंपनियों ने अपने प्रोजेक्ट टाल दिए थे, जिससे हाउसिंग सेक्टर ठप था। अब उम्मीद की जा रही है कि शहर में निवेश बढ़ेगा और लोगों के आशियाने के सपने पूरे हो सकेंगे।
आसान होंगे पट्टा और नक्शा पास करवाने के रास्ते
शहर में कई ऐसे क्षेत्र थे, जहां 70% तक बसावट के बावजूद पट्टे नहीं मिल पा रहे थे। अब मास्टर प्लान लागू होने के बाद पट्टा मिलने और नक्शा पास करवाने की प्रक्रिया सरल हो जाएगी, जिससे आमजन को राहत मिलेगी।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों की प्रतिक्रियाएं
- रामलाल, सरपंच, राधाकिशनपुरा: “पट्टों की समस्या काफी समय से बनी हुई थी, मास्टर प्लान से इसमें बड़ी राहत मिलेगी।”
- मनभरी देवी, प्रधान, पिपराली पंचायत समिति: “पेराफेरी सीमा बढ़ने से आसपास के खातेदारों को भी लाभ मिलेगा।”