Good News: अगर आप दिनभर अनचाही कॉल्स से परेशान रहते हैं, तो अब अच्छी खबर है। देश की प्रमुख टेलिकॉम कंपनियां – जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया – एक नया कॉलर आइडेंटिफिकेशन सिस्टम लाने जा रही हैं। इसका नाम है CNAP – Caller Name Presentation।
क्या है CNAP?
यह एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसमें जब भी आपको कोई कॉल आएगी, उस व्यक्ति या संस्था का नाम आपकी मोबाइल स्क्रीन पर दिखेगा। यानी कॉल उठाने से पहले ही पता चल जाएगा कि कौन कॉल कर रहा है – दोस्त, ऑफिस या कोई प्रमोशनल एजेंसी।
थर्ड पार्टी ऐप्स की जरूरत नहीं
अब Truecaller जैसे ऐप्स पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह सेवा सीधे टेलिकॉम कंपनियों की ओर से दी जाएगी और फोन में बिल्ट-इन होगी।
कैसे करेगा काम?
CNAP टेक्नोलॉजी AI और डेटा बेस की मदद से कॉलर्स की पहचान करेगी। अगर किसी टेलीमार्केटर का कॉल होगा, तो स्क्रीन पर “Promotional Call” जैसे टैग दिखेंगे। इससे यूज़र को पहले से सतर्क रहने में मदद मिलेगी।
क्यों जरूरी हुई यह टेक्नोलॉजी?
भारत में हर दिन लाखों स्पैम कॉल्स आते हैं। इनमें से कई फ्रॉड या स्कैम से जुड़े होते हैं। DND सेवा होने के बावजूद कॉलर्स बार-बार नए नंबरों से कॉल कर लेते हैं। CNAP को इस समस्या का स्थायी समाधान माना जा रहा है।
ट्राई और सरकार की पहल
TRAI ने फरवरी 2024 में टेलिकॉम कंपनियों से कहा था कि वे यह सेवा जल्द लागू करें। सरकार ने भी इसकी सिफारिश की थी ताकि आम लोगों को अज्ञात और झूठी कॉल्स से राहत मिल सके।
किन्हें मिलेगा फायदा?
यह सेवा सिर्फ स्मार्टफोन और 4G/5G नेटवर्क पर उपलब्ध होगी। जो यूज़र अभी भी 2G नेटवर्क या फीचर फोन इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें यह सुविधा नहीं मिल पाएगी।
किन कंपनियों से मिलकर बन रही तकनीक?
Jio, Airtel और Vi इस सिस्टम को तैयार करने के लिए HP, Dell, Nokia और Ericsson जैसी बड़ी टेक कंपनियों के साथ काम कर रहे हैं। सर्वर और सॉफ्टवेयर तैयार किए जा चुके हैं।
कब से शुरू होगी सेवा?
कुछ टेलिकॉम सर्कल्स में इसका ट्रायल पूरा हो चुका है। जल्द ही यह पूरे देश में शुरू किया जाएगा। उम्मीद है कि आने वाले कुछ महीनों में सभी स्मार्टफोन यूज़र्स को यह सुविधा मिलने लगेगी।
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