Pan Card 2.0 News: भारत सरकार ने पैन 2.0 लॉन्च किया है, जिसका उद्देश्य पैन से संबंधित सभी सेवाओं को एक स्थान प्रदान करना है। यह प्रोजेक्ट 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स (CCEA) द्वारा मंजूर किया गया। इसका उद्देश्य पैन से संबंधित सभी कार्यों को सरल बनाना है। पैन (PAN), यानि परमानेंट अकाउंट नंबर, एक 10 अंकों का अल्फान्यूमेरिक कोड है, जिसे आयकर विभाग जारी करता है। यह टैक्स भुगतान, टीडीएस/टीसीएस, आय रिटर्न और अन्य वित्तीय लेन-देन को ट्रैक करने में मदद करता है।
तो ऐसे में आपके मन में बहुत सारे सवाल उठ रहे होंगे कि आखिर पैन कार्ड 2.0 क्या है, तो चलिए आपको सब बताते हैं।
क्या है PAN 2.0 ?
यह भारत का ई गवर्नेंस प्रोजेक्ट है। जो पैन और टैन से संबंधित जुड़ी हुई जानकारी को एक प्लेटफार्म प्रोवाइड करेगा। पैन और टैन के आवेदन, अपडेट, सुधार और वेरिफिकेशन एकीकृत पोर्टल पर उपलब्ध होंगी।
पैन 2.0 उपलब्ध पैन से किस प्रकार भिन्न है?
– वर्तमान में पैन से संबंधित तीनों सेवाएं (ई-फाइलिंग पोर्टल, यूटीआईआईटीएसएल पोर्टल और प्रोटेक ई-गवर्नेंस पोर्टल) के लिए अलग-अलग प्लेटफार्म है। पैन 2.0 इन तीनों सेवाओं के लिए एक ही एकीकृत प्लेटफार्म प्रोवाइड करेगा।
– वर्तमान पैन सिस्टम में फिजिकल पैन उपलब्ध है, जबकि पैन 2.0 के अंदर यह पेपरलेस पोर्टल है।
-करदाता सुविधा (Taxpayer Facilitation): पैन का अलॉटमेंट/अपडेशन/करेक्शन निःशुल्क किया जाएगा और ई-पैन पंजीकृत मेल आईडी पर भेजा जाएगा। फिजिकल पैन कार्ड के लिए, आवेदक को 50 रुपये के निर्धारित शुल्क के साथ आवेदन करना होगा। भारत के बाहर पैन कार्ड की डिलीवरी के लिए, आवेदक को 15 रुपये + भारतीय डाक शुल्क देना होगा।
क्या पैन कार्ड धारकों को अपग्रेशन के लिए अप्लाई करना होगा?
नहीं। मौजूदा पैन कार्ड धारकों को अपग्रेडेड सिस्टम (पैन 2.0) के तहत नए पैन के लिए आवेदन करने की ज़रूरत नहीं है।
पैन 2.0 के तहत क्या मुझे अपना पैन कार्ड बदलवाना होगा?
नहीं आपको पैन 2.0 के अंदर नया पैन इशू करवाने की जरूरत नहीं है आपका वर्तमानपैन वैलिड होगा।