PM Jan Aushadhi Kendra 2024: बाजार में मिलने वाली ब्रांडेड दवाएं अथवा ब्रांडेड जेनेरिक दवाएं काफी महंगी होती हैं, जो गरीब और मध्य वर्गीय परिवार की आर्थिक स्थिति खराब कर देती है। इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने सस्ती, उच्च गुणवत्ता वाली दवा के वितरण के लिए एक परियोजना शुरू की थी, जिसका नाम है प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना।
क्या है प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र? (Pradhan mantri jan aushadhi kendra in hindi)
इस योजना के तहत प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र की शुरुआत 2008 में हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में इसे पुनः शुरू किया। प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के तहत जन औषधि केंद्र खोले जाते हैं, जहां पर सस्ती दरों में जेनेरिक दवाएं उपलब्ध की करवाई जाती है। यह जेनेरिक दवाएं बाजार से 50 से 90% सस्ती होती है जो आम नागरिक के स्वास्थ्य के साथ जेब का ख्याल भी रखती है।
भारत सरकार के रसायन व उर्वरक मंत्रालय के तहत औषधि विभाग परियोजना के लिए नियामक व वित्तीय उपाय करता है। जन औषधि केंद्र की बढ़ती लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने 31 मार्च 2026 तक देश में 25000 जन औषधि केंद्र खोले जाने का लक्ष्य रखा है अभी तक देश में लगभग 10000 जन औषधि केंद्र संचालित किया जा रहे हैं। आईए जानते हैं जन औषधि केंद्र खोलने के लिए क्या पात्रता है? आवेदन कैसे करें?
जन औषधि केंद्र खोलने के लिए पात्रता (Jan Aushadhi Kendra Eligibility)
- जन औषधि केंद्र खोलने के लिए भारत का नागरिक होने के साथ-साथ अन्य निम्न योग्यताएं होनी चाहिए।
- व्यक्तिगत आवेदक के पास डी फार्मा या बी फार्मा प्रमाण पत्र होना चाहिए अथवा नियुक्त रहने वाले व्यक्ति के पास डी फार्मा अथवा बी फार्मा का सर्टिफिकेट होना चाहिए।
- संगठन, एनजीओ धारकों द्वारा जन औषधि केंद्र के लिए आवदेन करने पर केन्द्र पर नियुक्त होने वाले व्यक्ति के पास डी फार्मा अथवा बी फार्मा का सर्टिफिकेट होना चाहिए।
- मेडिकल कॉलेज व सरकारी अस्पताल में जन औषधि केंद्र खोलने के लिए कॉलेज अस्पताल प्रबंधन द्वारा चयनित किसी एजेंसी प्रतिष्ठित एनजीओ/धर्मार्थ संगठन भी पात्र होंगे।
जन औषधि खोलने के लिए आवश्यक शर्तें
- आवेदक के पास रिटेल ड्रग सेल करने का लाइसेंस जन औषधि स्टोर के नाम से होना चाहिए।
- आवेदक के पास 120 वर्ग फुट की जगह स्वयं अथवा किराए की होनी चाहिए। जगह का प्रबंध आवेदक द्वारा स्वयं करना होगा।
- एससी, एसटी, महिला उद्यमी, दिव्यांग इत्यादि। श्रेणी का लाभ लेने के लिए प्रमाण पत्र होना आवश्यक है। एक बार श्रेणी चयन के पश्चात पुन श्रेणी परिवर्तन का विकल्प नहीं दिया जाएगा।
- आवेदन शुल्क ₹5000 वापस नहीं दिए जाएंगे। एससी, एसटी, महिला उद्यमी, दिव्यांग इत्यादि अधिसूचक आवेदकों को शुल्क में छूट प्राप्त है।
जन औषधि केंद्र के लिए आवेदन की प्रक्रिया (PM jan aushadhi kendra registration)
जन औषधि केंद्र खोलने के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया निम्न प्रकार हैं –
- Janaushadhi.gov.in website पर जाएं।
- Apply for Kendra > click here to apply
- Sign in करने पर form खुलेगा, register now पर click करें।
- रजिस्ट्रेशन फॉर्म को ध्यान पूर्वक पढ़े तथा मांगी गई सूचना को भरे।
- पासवर्ड भरे।
- टर्म एंड कंडीशन पर क्लिक कर सबमिट करें।
केंद्र सरकार द्वारा दी जाने वाली वित्तीय सहायता
केंद्र सरकार द्वारा जन औषधि केंद्र संचालकों को ₹5 लाख की वित्तीय सहायता दी जाती है। यह सहायता राशि मासिक खरीद का 15% अथवा अधिकतम ₹15,000 प्रति माह होती है। महिला, एससी, एसटी, दिव्यांग अधिसूचित श्रेणी के केंद्र संचालकों को ₹2 लाख अतिरिक्त सहायता राशि उपलब्ध करवाई जाती है। यह सहायता राशि आईटी व इंफ्रा व्यय के लिए एक मुश्त दी जाती है।
जेनेरिक दवा किसे कहते हैं (What is Generic Medicine Called?)
ऐसी दवाई जो बिना किसी पेटेंट के बनाई व वितरित की जाती है, जेनेरिक दवा कहलाती है।
जन औषधि केंद्र पर मिलने वाली दवाइयां
जन औषधि केंद्र पर बाजार कीमतों से 50 से 90% सस्ती उच्च गुणवत्ता वाले जनरल जेनेरिक दवाई उपलब्ध होती है। केंद्र पर बिकने वाली दावा को जीएमपी सर्टिफाइड कंपनी से ही खरीदा जाता है। जन औषधि केंद्र पर 1800 प्रकार के उच्च गुणवत्ता की दवाई, 285 शल्य चिकित्सा उपकरण व न्यूट्रास्यूटिकल उत्पाद जैसे प्रोटीन, माल्ट बेस्ट फूड, सप्लीमेंट्स उपलब्ध होते हैं। जन औषधि केंद्र पर आयुर्वेदिक उत्पाद भी मिलते हैं।
नागरिकों को जन औषधि केंद्र की सुविधा देने के लिए “जन औषधि सुगम” मोबाइल एप्लीकेशन भी प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। जिसके द्वारा नजदीकी जन औषधि केंद्र की लोकेशन देखी जा सकती है।