Nautapa 2025 Date: राजस्थान में गर्मी (Rajasthan Weather News) ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। चूरू समेत कई जिलों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस (Rajasthan Heat wave Alert) के पार चला गया है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। लेकिन, जरा ठहरिए! ये तो अभी गर्मी का ट्रेलर है! क्योंकि गर्मी का पीक टाइम तो अब आने वाला है, जिसे नौतपा कहते हैं। इस बार 25 मई से 3 जून तक नौतपा चलेगा।
क्या है नौतपा और क्यों बढ़ती है गर्मी? (Nautapa 2025 Kab Hai)
नौतपा वह समय होता है जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है। इस खगोलीय स्थिति में सूर्य पृथ्वी के सबसे करीब होता है और उसकी किरणें सीधे तथा तीव्रता से पृथ्वी पर पड़ती हैं। नतीजा—तेज लू, झुलसाती गर्मी और तापमान में अचानक उछाल। जब सूर्य मृगशिरा नक्षत्र में पहुंचता है, तब यह नौ दिनों की तपन समाप्त मानी जाती है।
इस दौरान यदि कभी अचानक बारिश हो जाए तो इसे ‘नौतपा का गलना’ कहा जाता है। हालांकि यह कम ही होता है।
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मेहंदी, जलदान और ठंडी चीज़ों की परंपरा
गर्मी से राहत पाने के लिए परंपरागत उपाय भी किए जाते हैं। महिलाओं द्वारा हाथ-पैरों में मेहंदी लगाना सिर्फ सौंदर्य नहीं, बल्कि ठंडक पाने का भी तरीका है। मेहंदी की तासीर ठंडी मानी जाती है, जो शरीर को राहत देती है।
इन दिनों में जल दान करने की परंपरा भी निभाई जाती है ताकि प्यासे को पानी मिले और समाज में पानी की महत्ता का संदेश जाए। लोग दही, छाछ, मक्खन और नारियल पानी का खूब सेवन करते हैं। मौसमी फलों का रस और ठंडी तासीर वाली चीजें जैसे खीरा-ककड़ी का उपयोग शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है।
नौतपा में कैसे रखें अपना ध्यान?
इन दिनों शरीर को हाइड्रेटेड रखना सबसे जरूरी है। दिनभर खूब पानी पिएं, नींबू पानी और नारियल पानी जैसे प्राकृतिक तरल पदार्थों का सेवन करें। दोपहर की तपती धूप से बचें। अगर घर से बाहर निकलना जरूरी हो तो सिर पर टोपी या सूती कपड़ा जरूर रखें।
फिजिकल एक्टिविटी या भारी काम से जितना हो सके बचें। तेज गर्मी के कारण शरीर जल्दी थकता है और डिहाइड्रेशन की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में हल्के कपड़े पहनें, ठंडी जगह पर रहें और आराम को प्राथमिकता दें।
थोड़ी सी सावधानी और परंपरागत उपायों से नौतपा के इन तपते दिनों को आप भी आरामदायक बना सकते हैं।