Indian Constitution in Hindi: यूं तो हर वर्ष 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है। पर हमारे जीवन में इसका बड़ा महत्व होता है। आज हम आपको भारतीय संविधान की प्रमुख विशेषताएं और इससे संबंधित कुछ रोचक जानकारी इस लेखन में बता रहे हैं।
भारतीय संविधान, संघीय व्यवस्था एवं एकात्मक विशेषताएं
शासन की संघीय विशेषताएं सरकार की दोहरी प्रणाली हैं, यानी केंद्र और राज्य, कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधायिका के बीच शक्तियों का विभाजन जो राज्य के तीन अंग हैं, संविधान की सर्वोच्चता, स्वतंत्र न्यायपालिका और द्विसदनीयता।
कठोरता और लचीलेपन का मिश्रण
संविधान दो प्रकार के होते हैं: कठोर और लचीले। कठोर संविधान वह है जिसे एक निश्चित प्रक्रिया के माध्यम से संशोधित किया जाता और ब्रिटिश संविधान की तरह एक लचीला संविधान वह है जिसे उसी तरह से बदला जा सकता है, जिसे अनुच्छेद 368 के अनुसार, कुछ प्रावधानों को संसद के विशेष बहुमत द्वारा संशोधित किया जा सकता है। अर्थात प्रत्येक सदन के उपस्थित और मतदान करने वाले सदस्यों का 2/3 बहुमत और बहुमत जो प्रत्येक सदन की कुल सदस्यता का 50 प्रतिशत से अधिक है। भारतीय संविधान इस बात का विशेष उदाहरण है कि कठोरता और लचीलापन एक साथ कैसे रह सकते हैं।
भारतीय धर्मनिरपेक्षता
भारत का संविधान एक धर्मनिरपेक्ष सरकार का समर्थन करता है। यह भारत में राज्य के आधिकारिक धर्म के रूप में किसी विशिष्ट धर्म का समर्थन नहीं करता है अर्थात ना ही भारत सरकार धर्म के प्रति द्वेष है भारतीय संविधान धर्मनिरपेक्षता का उदाहरण देता है, जो सभी धर्मो को समान रूप से महत्व देता है।
सार्वभौम वयस्क मताधिकार
एक व्यक्ति, एक वोट वह नींव है जिस पर भारतीय लोकतंत्र आधारित है। चुनाव उन सभी भारतीय नागरिकों के लिए खुले हैं जो जाति, लिंग, रंग, धर्म या स्थिति की विशेष ना मानकर 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के हैं भारतीय संविधान में निर्धारित सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार की व्यवस्था भारत में राजनीतिक समानता स्थापित करती है।
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