Haribhau Bagade: आज राजस्थान के नवनियुक्त राज्यपाल (Rajasthan Governor) हरिभाऊ किसनराव बागडे (Haribhau Bagade) शपथ लेंगे। चलिए जानते हैं हरिभाऊ किसनराव बागडे कौन हैं (Who Is Haribhau Bagade)।
हरिभाऊ किसनराव बागडे का राज्यपाल बनने तक का सफर जानते हैं।
हरिभाऊ किसनराव बागडे (78) आज शाम 04 बजे बतौर राज्यपाल का शपथ लेंगे। राजस्थान हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश मनिन्द्र मोहन श्रीवास्तव (Manindra Mohan Shrivastava) इन्हें शपथ दिलाएंगे। इस दौरान पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र भी मौजूद रहेंगे।
दसवीं तक पढ़े हैं हरिभाउ बागडे (Haribhau Bagade Education)
हरिभाउ बागडे का जन्म 17 अगस्त 1945 को महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में हुआ। वो फुलंबरी शहर में एक मराठा परिवार में जन्में थे। साथ ही उनकी प्राथमिक शिक्षा औरंगाबद के सरस्वती भवन शाला पिपरिराजा से हुई। वह महज कक्षा 10 तक पढ़े हैं।
13 साल की आयु में संघ (RSS) के साथ जुड़े (Haribhau Bagade RSS Connection)
बताया जाता है कि हरिभाऊ किसनराव 13 साल की उम्र में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की शाखा में जाने लगे थे। बचपन से ही उनका संघ के साथ नाता रहा। इस तरह से वो लंबे समय तक आरएसएस के साथ रहे हैं। संघ और बीजेपी के पुराने नेता हैं।
5 बार विधायक रहे हैं हरिभाऊ किसनराव (Haribhau Bagade Political Career)
राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ पहली बार 1985 में औरंगाबाद पूर्वी सीट से महाराष्ट्र विधानसभा के लिए बीजेपी विधायक चुने गए। जानकारी के मुताबिक, फुलंबरी विधानसभा सीट से पांच बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। फुलंबरी विधानसभा औरंगाबाद जिले में है।
अपने विधानसभा क्षेत्र में इतने लोकप्रिय हैं कि उन्हें नाना के नाम से पुकारा जाता है।
अखबार बेचकर होता था गुजारा (Haribhau Bagade Was Newspaper Seller)
हरिभाऊ किसनराव बागडे का बचपन गरीबी में बीता है। उनके पिता किसान हुआ करते थे। परिवार का हाथ बंटाने के लिए उन्होंने कई साल तक औरंगाबाद के फुलंबरी में ही अखबार भी बेचा। इस तरह वो मेहनत करके संघ और फिर बीजेपी के साथ जुड़कर राजनीति में आए। बता दें, महाराष्ट्र सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं।
राज्यपाल कलराज मिश्र का कार्यकाल पूरा
कलराज मिश्र ने 9 सितंबर 2019 को राजस्थान के राज्यपाल पद की शपथ ली थी। इससे पहले कलराज मिश्र हिमाचल प्रदेश के भी राज्यपाल थे। बता दें, दोनों राज्यों के राज्यपाल के रूप में उनका पांच साल का कार्यकाल 22 जुलाई को समाप्त हो गया था। इसके बाद हरिभाऊ किसनराव राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किए गए।