Earthquake News: तिब्बत के शिजांग क्षेत्र में मंगलवार को एक घंटे के भीतर 6 सिलसिलेवार भूकंप आए, जिनमें से सबसे शक्तिशाली 7.1 तीव्रता का था। इस भूकंप ने तिब्बत के शिगात्से शहर में भयंकर तबाही मचाई है, जिससे 53 लोगों की जान चली गई और 62 लोग घायल हुए हैं। चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, डिंगरी काउंटी में आए इस भूकंप से इमारतों और इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान हुआ है।
भूकंप का केंद्र नेपाल-तिब्बत सीमा के पास स्थित शिजांग क्षेत्र में था, और इसका केंद्र 28.5 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 87.45 डिग्री पूर्वी देशांतर पर था। भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी। इस शक्तिशाली भूकंप के बाद, शिजांग और शिगात्से के आसपास कई इमारतें ढह गईं और स्थानीय लोग भारी तबाही से जूझ रहे हैं।
भूकंप के झटके केवल तिब्बत तक सीमित नहीं रहे, बल्कि भारत, नेपाल, बांग्लादेश और भूटान के विभिन्न हिस्सों में भी महसूस किए गए। दिल्ली एनसीआर, बिहार और उत्तर भारत के कई राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए।
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नेपाल की राजधानी काठमांडू में तेज झटके महसूस होते ही लोग अपने घरों से बाहर भाग गए। काठमांडू की निवासी मीरा अधिकारी ने बताया कि वह सो रही थीं, जब अचानक उनका बिस्तर हिलने लगा और खिड़की की आवाज़ सुनकर उन्हें भूकंप का आभास हुआ। उन्होंने तुरंत अपने बच्चे को लेकर बाहर निकलने में ही समझदारी देखी।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने बताया कि भूकंप का पहला झटका सुबह 6:35 बजे आया था। यह इतनी तीव्रता का था कि गंभीर नुकसान की संभावना थी। शिगात्से शहर में इस भूकंप की तीव्रता 6.8 मापी गई। इसके बाद अगले एक घंटे में चार और छोटे भूकंप महसूस किए गए, जिनकी तीव्रता क्रमशः 4.7 और 4.9 थी।
इस भूकंप के कारण इस क्षेत्र में कई लोगों को जान-माल का नुकसान हुआ है, और बचाव कार्य जारी है। इसके साथ ही, वैज्ञानिकों का मानना है कि यह भूकंप उसी क्षेत्र में आया है जहां भारत और यूरेशिया की टेक्टोनिक प्लेटें टकराती हैं। इस टेक्टोनिक गतिविधि की वजह से हिमालय पर्वत श्रृंखला का निर्माण हुआ है और इन प्लेटों की टक्कर से जमीन में बदलाव आता रहता है।
सीसीटीवी के मुताबिक, शिगात्से शहर और आसपास के इलाके में पिछले पांच वर्षों में रिक्टर स्केल पर 3 या उससे अधिक तीव्रता के 29 भूकंप आ चुके हैं, हालांकि मंगलवार को आए भूकंप की तीव्रता सबसे ज्यादा थी। यह भूकंप वैश्विक स्तर पर एक चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है, खासकर हिमालयी क्षेत्रों में जहां भूकंपीय गतिविधि ज्यादा रहती है।
समाचार एजेंसियों के अनुसार, तिब्बत में हुए इस भूकंप ने केवल शिजांग में ही नहीं, बल्कि नेपाल और भारत के कुछ हिस्सों में भी भारी चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। इन इलाकों में लोगों की सुरक्षा को लेकर पहले ही अलर्ट जारी किया गया है।