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Magh Purnima 2024- माघ पूर्णिमा का इतिहास और महत्त्व

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Monika Agarwal
Written by: Monika Agarwal - Freelance Writer
3 Min Read

Magh Purnima 2024-माघ पूर्णिमा माघ के महीने में आने वाले फूल मून डे यानी पूर्णिमा के दिन को कहा जाता है। इस साल माघ पूर्णिमा 24 फ़रवरी को है। बहुत सारे लोग इस दिन चंद्रमा की पूजा करते हैं। बौद्ध धर्म का पालन करने वाले लोगों के बीच भी यह दिन खास महत्त्व रखता है। हिंदुओं में भी इसे अलग अलग ढंग से मनाया जाता है। आइए जान लेते हैं Magh Purnima 2024 दिन से जुड़ा इतिहास।

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माघ पूर्णिमा का इतिहास और महत्त्व (Magh Purnima 2024 History)

हिंदू कैलेंडर के मुताबिक बाकी सारे महीनों से अधिक महत्त्व माघ के महीने का होता है क्योंकि इसमें बहुत मुख्य मुख्य तारीख और दिन आते हैं। माघ पूर्णिमा मनाने के लिए भक्त सुबह उठ कर नहाते हैं। दान पुण्य का काम करते हैं और भगवान विष्णु और हनुमान जी की पूजा करते हैं। अगर इस दिन आप गंगा, यमुना और कावेरी जैसी पवित्र नदियों में स्नान करते हैं तो यह काफी शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है की इस दिन भगवान विष्णु गंगा नदी के अंदर रहे थे। इसलिए इसके पानी को छूना भर भी काफी लाभदायक हो सकता है। ऐसा माना जाता है की Magh Purnima दिन आप भगवान से जो भी सच्चे दिल से मांगते हैं वह इच्छा आपकी पूर्ण हो सकती है।

पूरे भारत में माघ पूर्णिमा (Magh Purnima) को अलग अलग ढंग से मनाया जाता है। दक्षिण के कुछ राज्यों जैसे तमिल नाडु में इस दिन फ्लोट त्योहार मनाया जाता है। उत्तर भारत में गंगा, यमुना और सरस्वती नदी के संगम पर माघ मेले का आयोजन किया जाता है।
ज्योतिष विद्या में भी इस दिन का खास महत्त्व है।

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ऐसा माना जाता है की यह समय मौसम में परिवर्तन होने का समय होता है और माघ पूर्णिमा (Magh Purnima) दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो चंद्रमा कर्क राशि में। लोग अपने आने वाले समय के लिए शक्तिशाली बनने की कामना इस दिन कर सकते हैं।

बौद्ध धर्म के लोगों के बीच भी यह दिन खास महत्त्व रखता है क्योंकि भगवान बुद्ध ने इस दिन अपनी मृत्यु की घोषणा की थी। ऐसा कहा जाता है की उनके यह शब्द पूरे होने के बाद एक भूकंप आया था क्योंकि धरती भी यह सुनने से कांप गई थी

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