Rajasthan Paper Leak Case: पेपर लीक का मुद्दा देश भर में गरमाया है। हर जगह से मुन्ना भाई धरे जा रहे हैं। इसी बीच राजस्थान का हनुमान मीना (Hanuman Meena) पकड़ा गया है। ये सरकारी नौकरी दिलाने की दलाली करता था। इसका जुगाड़ और रेट कार्ड आपके होश उड़ा देंगे।
राजस्थान में खोली थी ‘सरकारी जॉब की दुकान’
‘सरकारी जॉब की दुकान’ ही कहेंगे, क्योंकि जिस तरह से ये रेट कार्ड के जरिए सरकारी नौकरी दिलाता था। उसके तौर तरीकों को देखकर तो यही लगता है। आपको सुनकर भी आश्चर्य होगा कि पिछले 5 साल में 100 लोगों को सरकारी जॉब भी दिलवा चुका है।
दो दिन पहले ही गिरफ्तार हुआ हनुमान मीना
हनुमान मीना की दुकानदारी बढ़िया चल रही थी मगर पेपर लीक की लगातार घटनाओं ने प्रशासन को चौकन्ना कर दिया। इसके बाद धर पकड़, जांच पड़ताल चालू हुए। बताया जा रहा है कि हनुमान मीना दो दिन पहले राजस्थान एसओजी की पकड़ में आया है। अब इससे पूछताछ भी की जा रही है।
50 हजार का ईनामी क्रिमिनल था हनुमान
पुलिस को इसकी तलाश लंबे समय से थी। इसलिए इसको लेकर 50 हजार के ईनाम की घोषणा भी की गई थी। जान लें, राजस्थान सब इंस्पेक्टर भर्ती पेपर लीक (Rajasthan SI Paper Leak) व डमी अभ्यर्थी प्रकरण में दो दिन पहले हनुमान मीना को अरेस्ट किया गया है।
राजस्थान में सरकारी नौकरी का रेट कार्ड
एससओजी की पूछताछ में हनुमान मीना ने बताया हर भर्ती की रेट तय थी। सरकारी विभाग में पोस्ट के हिसाब से पैसे लेता था और फिर उसी हिसाब से नौकरी मिल भी जाती थी।
- बिजली विभाग में हेल्पर- 3 लाख रुपए
- वन रक्षक व लैब असिस्टेंट-7 लाख रुपए
- पवटवारी व ग्राम सेवक-9 लाख रुपए
- सब इंस्पेक्टर-15 लाख
अशोक गहलोत सरकार में खूब चली दुकानदारी
जान लें, राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के कायर्काल में इसने खूब पैसे छापे। आरोपी हनुमान मीना मूलरूप से राजस्थान के टोंक जिले के अलीगढ़ का रहने वाला है। साथ ही ये खुद भी राजस्थान विभाग में सरकारी कर्मचारी है।