Pooja Colour-पूजा करने के दौरान कुछ रंगों का ही प्रयोग होता है। कुछ रंगों को पूजा में शुभ माना जाता है। ऐसे केवल चार ही रंग हैं जिनका प्रयोग पूजा करने के दौरान ज्यादा किया जाता है। यह चार रंग लाल, पीला, सफेद और हरा होता है। हिंदू धर्म में कुछ रंगों को शुभ तो कुछ रंगों को अशुभ माना जाता है। हर रंग का अपना अलग महत्व होता है और हर देवी देवता का कोई न कोई प्रिय रंग होता है। तो आइए जानते हैं इन चार रंगों को ही पूजा के दौरान इतना प्रयोग क्यों किया जाता है और इनका क्या महत्त्व है।
लाल रंग : लाल रंग को शुभता का प्रतीक माना जाता है। इसे सौभाग्य, साहस और उमंग का रंग कहा जाता है। लाल रंग को मां दुर्गा और मां लक्ष्मी का मन पसंदीदा रंग माना जाता है। हर पूजा के समय लाल रंग का तिलक लगाया जाता है। पूजा के दौरान लाल रंग का कपड़ा बिछाने से आपका सोया हुआ भाग्य भी जाग सकता है।
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पीला रंग : पूजा पाठ या कोई भी शुभ काम करने से पहले हमेशा पीले रंग का प्रयोग करने की और पीले कपड़े पहनने की सलाह दी जाती है क्योंकि पीला रंग काफी शुभ होता है। पीला रंग सूर्य देव की सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होता है। विष्णु भगवान की पूजा में भी पीले रंग का खास महत्त्व होता है।
हरा रंग : हरा रंग प्रकृति का सूचक है और यह रंग आयुर्वेद को भी दर्शाता है। इसे बुध ग्रह का प्रतीक भी माना जाता है। इस रंग को भी पूजा पाठ में शामिल किया जाता है। ऐसा माना जाता है इससे व्यक्ति का स्वास्थ्य काफी अच्छा बना रहता है।
सफेद रंग : सफेद रंग शांति और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। यह रंग चंद्रमा से जुड़ा हुआ है। अगर इस रंग का प्रयोग पूजा में किया जाए तो बिना किसी विघ्न के आए शांति और अच्छे से पूजा समाप्त की जा सकती है।