Hanuman Jayanti 2024: हनुमान जयंती का पर्व बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन जो साधक हनुमान जी की पूजा करते हैं, उसको बजरंग बली की विशेष कृपा प्राप्त होती है। उनका जीवन सफलता की ओर आगे बढ़ता है। जैसा कि आप जानते हैं कि हनुमान जयंती भगवान हनुमान के जन्म का प्रतीक है। यह पर्व भक्तों द्वारा दुनिया भर में बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।
हनुमान जयंती का उत्सव भारत के प्रत्येक राज्य में समय और परंपरा के अनुसार अलग-अलग होता है। भारत के अधिकांश उत्तरी राज्यों में यह त्यौहार हिंदू महीने के चैत्र की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है।
इस बार खास है हनुमान जयंती 2024
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह माना जाता है कि भगवान का जन्म मंगलवार को हुआ था। इस साल सहयोग से हनुमान जयंती भी इसी दिन पड़ रही है। ऐसे में इस बार यह दिन अपने आप में ही विशेष है। अगर आप हनुमान जी को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो आपको इन शुभ योग के बारे में अवश्य जानना चाहिए।
हनुमान जन्मोत्सव 2024 पर शुभ संयोग
इस साल हनुमान जयंती 2024 पर कई शुभ सहयोग बन रहे हैं। सुबह 11:53 से दोपहर 12:46 तक का अभिजीत मुहूर्त है। इसके साथ ही इस दिन शुभ मुहूर्त सुबह 9:03 से 10:41 तक का है। वहीं, ब्रह्म मुहूर्त 4:20 से 5:04 तक का है। इसके अलावा अमृत सर्वोत्तम मुहूर्त दोपहर 12:20 से 1:58 तक का है। हालांकि इस साल इस दिन कई अद्भुत शुभ योग का निर्माण हो रहा है। जिस समय पूजा करने पर आपके जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाएगी। हनुमान जी के लगभग 108 नाम बताए जाते हैं और वैसे प्रमुख रूप से हनुमान जी के 12 नाम बताए गए हैं।
हनुमान जन्मोत्सव तिथि 2024
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल चैत्र शुक्ल पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 23 अप्रैल 2024 के दिन मंगलवार को सुबह 3:25 पर होगी, वहीं इसका समापन 24 अप्रैल 2024 के दिन बुधवार को सुबह 5:18 पर होगा। उदय तिथि को ध्यान में रखते हुए इस बार हनुमान जयंती 23 अप्रैल को मनाई जाएगी।
Hanuman Ji : हनुमान जी के ये नाम दूर करेंगे आपके जीवन के हर संकट
साल में दो बार क्यों मनाई जाती है हनुमान जयंती
साल की पहली हनुमान जयंती चैत्र मास की “पूर्णिमा तिथि” को मनाई जाती है। दूसरी कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की “चतुर्दशी तिथि” को मनाई जाती है। हनुमान जयंती मनाने के बारे में बात की जाए तो एक तिथि को विजय अभिनंदन के रूप में मनाया जाता है। और दूसरी तिथि को जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है।