Ram Navami-राम नवमी को श्री राम जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह नवरात्रों का आखरी दिन भी होता है। इस दिन 4 मिनट तक सूर्य देव भगवान राम का तिलक करेंगे। यह परीक्षण अयोध्या के राम मंदिर में वैज्ञानिकों की मौजूदगी में सफलता से किया गया। 22 जनवरी को अयोध्या मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। राम भक्तों के लिए राम नवमी का पर्व इस बार बेहद ही खास होने वाला है। इतने सालों बाद अयोध्या में श्री राम का जन्मोत्सव बड़े धूम धाम से मनाया जा रहा है इसलिए इस बार यहां का नजारा काफी भव्य होने वाला है। आइए जानते हैं सूर्य अभिषेक के बारे में।
सूर्य अभिषेक का हुआ सफल परीक्षण (Ram Navami Surya Abhishek)
अयोध्या में मंदिर परिसर में ही राम लला के सूर्य अभिषेक का सफल परीक्षण हुआ। दर्पण के जरिए ही भगवान के माथे पर सूर्य तिलक किया। यह परीक्षण दिन में ठीक 12 बजे वैज्ञानिकों की मौजूदगी के दौरान किया गया। अब 17 अप्रैल यानी राम नवमी (Ram Navami) के दिन ही सूर्य देव राम लला के माथे पर तिलक करेंगे। इस दिन सूर्य देव लगभग 4 मिनट तक राम लला के माथे पर तिलक करेंगे। इस प्रक्रिया के सफल परीक्षण की वीडियो भी जारी की गई है जिसे देख कर भक्त काफी खुश हो रहे हैं।
इसके लिए सबसे पहले तो सूर्य की किरणों को दर्पण के माध्यम से तीन अलग अलग दिशाओं में डायवर्ट किया जाएगा। फिर पीतल की पाइप के माध्यम से किरणों के लेंस के जरिए सीधे राम लला के मस्तक तक लेकर जाया जाएगा। राम लला की मूर्ति स्थापना के बाद यह पहली राम नवमी है इसलिए सभी भक्तों को इस पर्व का काफी चाव है। इसके साथ ही राम मंदिर ट्रस्ट भी इस पर्व की तैयारियों में काफी हद तक लगा हुआ है।
Chaitra Navratri 2024 :इन हाई प्रोटीन फलाहारी फूड्स से आपको मिलेगी एनर्जी और स्ट्रेंथ