Jaipur Tanker Blast CCTV Video, Special Report: राजधानी जयपुर में आज सुबह करीब सवा पांच बजे हुए एलपीजी टैंकर ब्लास्ट हादसे ने कई परिवार को गहरा जख्म दे दिया। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि, 20 से अधिक लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिनका उपचार एसएमएस हॉस्पिटल में चल रहा है। हादसा इतना भीषण था कि 300 मीटर एरिया में जितने भी घर, मकान, दुकान व वाहन थे, सब चपेट में आ गए।
एक के बाद एक तेज धमाकों से इलाका थर्रा उठा। हादसा भांकरोटा में हुआ, जहां डी क्लॉथॉन के पास दो ट्रकों की टक्कर के बाद एक सीएनजी टैंक में जोरदार ब्लास्ट हुआ, जिसकी चपेट में आकर सैकड़ों वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। इस हादसे ने जयपुरवासियों को 2009 के उस मंजर की याद दिला दी, जिसने 15 साल पहले जयपुर के सांगानेर को हिलाकर रख दिया था। हादसा इतना भीषण था कि इसमें 12 लोगों की जान चली गई थी इस हादसे मे सैकड़ों लोग घायल हो गए थे और आग बुझाने में करीब 10 दिन लग गए थे।
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— Naveen Parmuwal (@naveenparmuwal) December 20, 2024
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कब और कैसे हुई थी यह घटना?
यह घटना साल 2009 की है। जयपुर के करीब सांगानेर में स्थित इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन में लगी थी। जहां पर तेल भण्डारण डिपो में 29 अक्टूबर 2009 को शाम करीब 6 बजे भीषण आग लग गई थी। उस दौरान वहां कार्यरत कर्मचारियों द्वारा अन्य भण्डारण स्थलों में तेल की पूर्ति करने के लिए दो टैंकों के बीच की तेल पाइप लाइन के वाल्व खोल दिए गए थे। जिसमें गलती से जो टैंक पूरी तरह तेल से भरा हुआ था, उस पर बहुत अधिक दबाव आ गया था इस दबाव को कम करने के लिए उसके पहले आगे के वाल्व खोले गए थे तथा उसके बाद पीछे के वाल्व खोले गए। इससे बीच वाले वाल्व में अचानक रिसाव हो गया और अचानक पेट्रोल का फव्वारा बहने लगा।
ऐसा हो जाने से पेट्रोल का रिसाव हो गया। वहां के कर्मचारियों ने समझदारी दिखाते हुए बिजली की आपूर्ति को बंद कर दिया था और वहां रहने वाले समस्त कर्मचारियों ने आवासीय आवास को खाली करके औद्योगिक इलाके को छोड़कर दूर चले गए। वह जगह खाली कर देने के पश्चात बिजली की आपूर्ति को पूर्ण शुरू किया गया।
बिजली शुरू कर देने के बाद में अचानक से चिंगारी निकली और उससे बहुत भयंकर ब्लास्ट हुआ क्योंकि बिजली से जो चिंगारी निकली थी उसे पेट्रोल ने आग पकड़ ली। इससे भंडारण के तेल के भंडार के 12 टैंकों के अंदर आग लग गई वह आग इतनी भयानक थी कि काफी दूर तक दिखाई दे रही थी।
आग बुझाने मे सैनिको को ली गई थी मदद
इस आपकी लपटे इतनी भयंकर थी कि इन्हें बुझाना मुश्किल हो रहा था। वहां पर रहने वाले आसपास के लोगों को सुरक्षित दूसरे स्थान पर पहुंचाया गया। करीब 5 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। आग कई दिन तक लगती रही। इसके अलावा काफी मकानों को नुकसान हुआ तथा यह आग बुझाने के लिए बहुत सारी दमकल का प्रयोग किया गया और जब दमकल से पार नहीं पड़ी तो सैनिकों की मदद भी ली गई।
1 करोड़ का नुकसान हुआ था इंडियन आयल को
इस भयंकर अग्निकांड में इंडियन आयल कंपनी को करीब 1 करोड़ रूपये का नुकसान हुआ। इसमें इंडियन आयल कर्मचारियों सहित 11 लोगो की जान चली गई थी और सैकड़ों इमारतों का नुकसान हुआ। पूरे शहर धुआं धुआं हो गया था। वहां की वनस्पति तथा पर्यावरण बहुत ज्यादा नुकसान हुआ।